Showing posts with label फ़ुर्सत बात लफ़्ज़ इश्क़ याद वक़्त जुनून ख़्वाहिश पल सुकून शायरी. Show all posts
Showing posts with label फ़ुर्सत बात लफ़्ज़ इश्क़ याद वक़्त जुनून ख़्वाहिश पल सुकून शायरी. Show all posts

6 June 2020

5981 - 5985 फ़ुर्सत बात लफ़्ज़ इश्क़ याद वक़्त जुनून ख़्वाहिश पल सुकून शायरी



5981
फ़ुर्सत ही महंगी हैं...
वरना सुकून तो,
इतना सस्ता हैं की,
चायकी प्यालीमें मिल जाता हैं...!

5982
नहीं आता मुझे यूँ,
दूर रहकर सुकून से रह लेना...
मेरी ख्वाहिश है कि,
हर पल मैं बात करुँ तुमसे...!

5983
लोग कहते हैं,
रातको सोनेसे सुकून मिलता हैं l
हमने वो वक़्त भी,
किसीकी यादोमें बिता दिया.......

5984
उसने लफ़्ज़ोंमें इश्क़ कहा,
मैने जुनून लिखा...!
उसने अपना नाम कहा,
मैने सुकून लिखा.......!!!


5985
सुकून तो हमे भी नहीं आता,
आपसे दूर रहनेमें...
पर क्या करें... जुटे हैं,
अपनोकी ख़्वाहिशे पुरी करनेमें...