5981
फ़ुर्सत
ही महंगी हैं...
वरना सुकून तो,
इतना सस्ता हैं की,
चायकी प्यालीमें मिल जाता हैं...!
5982
नहीं आता मुझे
यूँ,
दूर रहकर सुकून
से रह लेना...
मेरी ख्वाहिश है कि,
हर पल मैं
बात करुँ तुमसे...!
5983
लोग कहते हैं,
रातको सोनेसे सुकून मिलता
हैं l
हमने वो वक़्त
भी,
किसीकी यादोमें बिता दिया.......
5984
उसने लफ़्ज़ोंमें इश्क़ कहा,
मैने जुनून लिखा...!
उसने अपना नाम
कहा,
मैने सुकून लिखा.......!!!
5985
सुकून तो हमे
भी नहीं आता,
आपसे दूर रहनेमें...
पर क्या करें... जुटे हैं,
अपनोकी ख़्वाहिशे पुरी करनेमें...
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