22 March 2019

4021 - 4025 अच्छा ताज्जुब मुहब्बत रंगीन फिज़ा रूह इश्क़ तस्वीर इत्तेफाक ख्याल शायरी


4021
कितना अच्छा लगता हैं,
जब कोई कहता हैं,
अपना ख्याल रखना,
मेरे लिए.......!

4022
ताज्जुब हैं तेरी,
गहरी मुहब्बतपर...
तू मेरे रूहमें हैंऔर...
मैं तेरे ख्यालमें भी नहीं...

4023
तेरे ख्यालसे फिज़ाका,
यूँ रंगीन हो जाना...!
महज़ ये इत्तेफाक हीं,
सबूत--इश्क़ हैं.......!

4024
तेरे ख्यालमें जब
बे-ख्याल होता हूँ,
ज़रासी देरको सही
बे-मिसाल होता हूँ।

4025
तेरी तस्वीर, तेरा ख्याल,
तेरी याद और तेरा ख़्वाब,
सब तेरा ही रख रखा हैं मैंने,
अपनी चार दीवारीमें.......।

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