15 February 2017

971 मुहब्बत अजीब कश्मकश धड़कन संभल जान शायरी


971
अजीब कश्मकशसी होती हैं,
मुहब्बतमें फ़राज़।
धड़कने संभलती नहीं
और जान निकलती नहीं......

14 February 2017

970 दिल चाह जुदा नाता टूटे जोड़े शायरी


970
दिलसे चाहने वाला कभी जुदा नहीं होता,
जो होता हैं वो अपना नहीं होता,
किसी टूटे हुए तो नाता जोड़ो,
जो टूटे हुए दिल जोड़े...
उससे बड़ा खुदा नहीं होता l

969 महबूब खुदा कबूल शायरी


969
उसने महबूब ही तो बदला हैं,
फिर ताज्जुब कैसा …
दुआ कबूल ना हो तो लोग,
खुदा तक बदल लेते हैं !!!

968 दिल खूबसूरत चेहरे दुनियाँ खूबसूरत तलाश उमर गुजर शायरी


968
खूबसूरत "चेहरे",
तो बहुत देखे इस दुनियाँमें मगर...
खूबसूरत "दिल",
तलाशनेमें उमर गुजर गयी...!

967 खिल मसले कुचले फूल शर्त सीने शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


967
खिल भी सकते हैं,
ये मसले कुचले हुए फूल.....
शर्त यह हैं की,
सीनेसे लगाना होगा ।।

966 दिल सस्ते दौलत जिस्म खर्च शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


966
दिल तो आज भी
सस्ते हैं साहब ...
दौलत तो जिस्मोंपर 
खर्च होती हैं…

965 दिल खत सफर जज़्बात बात शायरी


965
खतोंसे मीलों सफर करते थे
जज़्बात कभी...
अब घंटों बातें करके भी
दिल नहीं मिलते…

964 हिम्मत समुन्दर मजबूर बूँद आँसु शायरी


964
हिम्मत इतनी थी कि,
समुन्दर भी पार कर सकते थे,
मजबूर इतने हुए कि,
दो बूँद आँसुओंने डुबो दिया…

963 दिल काँच हाथ जख्म ख्याल शायरी


963
 "बनाने वालेने दिल काँचका बनाया होता,
तोड़ने वालेके हाथमें जख्म तो आया होता…
जब बी देखता वो अपने हाथोंको,
उसे हमारा ख्याल तो आया होता…"

961 प्यार आँख दीवाने बात इंकार कसूर गुनहगार नाम शायरी


961
“दीवाने हैं तेरे नामके,
इस बातसे इंकार नहीं,
कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं...
कुछ तो कसूर हैं आपकी आँखोंका,
हम अकेले तो गुनहगार नहीं l

962 तस्वीर सिने जुदाई गम जिक्र पलक शायरी


962
"उनकी तस्वीरको सिनेसे लगा लेते हैं,
इस तरह जुदाईका गम मिटा देते हैं,
किसी तरह कभी उनका जिक्र हो जाये तो,
भिगी पलकोंको हम झुका लेते हैं l"

11 February 2017

960 रात शाम याद बात साँस खामोश आवाज़ शायरी


962
रात हुई जब शामके बाद,
तेरी याद आई हर बातके बाद,
हमने खामोश रहकर भी देखा,
तेरी आवाज़ आई हर साँसके बाद !

959 दिल शाम चराग़ याद शायरी


959
शाम होते ही,
चराग़ोंको बुझा देता हूँ…
दिल ही काफ़ी हैं,
तेरी यादमें जलनेके लिए !

958 शक मुहब्बत सबूत बदनाम शायरी


958
शक ना कर,
मेरी मुहब्बतपर पगली......
अगर मैं सबूत देनेपर आया तो...
तु बदनाम हो जायेगी...!!!

957 दिल नाम उलझ होंठ शायरी


957
हमने लिया सिर्फ होंठोंसे,
जो तेरा नाम…
दिल होंठोंसे उलझ पड़ा,
कि ये सिर्फ मेरा हैं !

956 दिल प्यार वादे जिक्र मोहब्बत बाजार डर सोच रुसवाई ऐतबार शायरी


956
वादेपें वो ऐतबार नहीं करते,
हम जिक्र मोहब्बत सरे बाजार नहीं करते;
डरता हैं दिल उनकी रुसवाईसे,
और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते ।।

10 February 2017

955 उदासी वजह इजाजत नाम शायरी


955
लोग मुझसे मेरी,
उदासीकी वजह पूछते हैं फ़राज़।
इजाजत हो तो...
तेरा नाम बता दूँ......

954 वाकिफ हार कमजोरी शायरी


954
वाकिफ हैं वो मेरी,
हर कमजोरीसे फ़राज़।
वो रो देती हैं...
और मैं हार जाता हूँ......

953 दिल कोशिश सूखे परिन्दे बसेरा शायरी


953
टूटे हुए दिलमें रहनेकी,
कोशिश ना कर फ़राज़।
क्योंकी सूखे हुए पेड़पर तो,
परिन्दे भी बसेरा नहीं करते......

952 मलाल ग़ैर छत परिन्दे शायरी


952
जो उड़ गए परिन्दे,
उनका मलाल क्या करूँ फ़राज़। 
यहां तो पाले हुए भी,
ग़ैरोंके छतोंपर उतरते हैं......