4 March 2017

1045 दर्द दवा खुश आँसू नसीब शायरी


1045
मुझको ऐसा दर्द मिला,
जिसकी दवा नहीं l
फिर भी खुश हूँ,
मुझे उससे कोई गिला नहीं l
और कितने आँसू बहाऊँ उसके लिए...
जिसको खुदाने मेरे नसीबमें,
लिखा ही नहीं।

1044 महसूस बात दिन लापरवाह याद शायरी


1044
महसूस कर रहें हैं,
तेरी लापरवाहियाँ कुछ दिनोंसे...
याद रखना अगर हम बदल गये तो,
मनाना तेरे बसकी बात ना होगी !

1043 लम्बी खामोशी कोशिश शायरी


1043
बहुत लम्बी खामोशीसे
गुजरा हूँ मैं. . .
किसीसे कुछ कहनेकी
कोशिशमें. . .

1042 जादू हाथ बात याद दिन रात सपना शायरी


1042
जादू हैं उसकी हर एक बातमें,
याद बहुत आती हैं दिन और रातमें,
कल जब देखा था मैने सपना रातमें,
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथमें…

1041 दुश्मनी सफ़र पेचीदा दोस्ती राह सफ़र सीधा शायरी


1041
दुश्मनीका सफ़र बड़ा पेचीदा हैं,
चलो ना, दोस्तीकी राह पकड़ें...
इसका सफ़र एकदम सीधा हैं !

3 March 2017

1040 दिल जगह रूह शायरी


1040
जगह देनी ही हैं,
तो अपनी रूहमें दे दो...
यूँ दिलोंमें तो,
बहुतोंके बसते हैं हम...

1039 कलम सीख दिन दस्तखत शायरी


1039
अब मैने भी कलम रखना,
सीख लिया हैं यारो...
जिस दिन भी कोई कहेगा,
"कि हम तुम्हारे हैं"
दस्तखत करवा लूंगा।

1038 जिस्म जान रूह कफन देख शायरी


1038
आज जिस्ममें जान हैं,
तो देखते नहीं हैं लोग...,
जब रूह निकल जाएगी...
तो कफन हटा-हटाकर,
देखेंगे लोग.....

1037 कसम ख्वाहिश दूर दुआ ज्यादा शायरी


1037
कसमसे तुझे पानेकी ख्वाहिश तो बहुत थी, 
मगर ;
मुझे तुझसे दूर करनेकी,
दुआ करनेवाले ज्यादा निकले.......

1036 दिल गर्मी पिघल नाम शायरी


1036
गर्मी तो बहुत बढ़ रहीं हैं; 
फिरभी उनका दिल,
पिघलनेका नाम ही
नहीं ले रहा…

1035 अमीर बोतल शराब कीमत ग़म खरीद शायरी


1035
बहुत अमीर होती हैं,
बोतल शराबकी...
कीमत चाहे जो हो,
सारे ग़म खरीद लेती हैं...

1034 दिल चोट आँख हालात सिख सपने शायरी


1034
जिनके दिलपें लगती हैं चोट. . .
वो आँखोंसे नहीं रोते ,
जो अपनोके ना हुए...
किसीके नहीं होते,
मेरे हालातोंने मुझे ये सिखाया हैं...
की सपने टूट जाते हैं. . . 
पर पूरे नहीं होते...l

1033 कैद जंजीर शायरी


1033
उनकी  कैदमें,
रहते  थे पहले भी;
जाने फिर क्युँ,
जंजीर उन्होने  मांगी हैं

1032 मोहब्बत दिल आज़मा कोशिश धोकाधारी कामयाबी शायरी


1032
हमने आज खुदको आज़मानेकी कोशिश की,
मोहब्बतसे दिलको बचानेकी कोशिश की,
फिरभी कामयाबी नहीं मिली,
क्या करे दिलने फिरसे धोकाधारी जो की ।

1031 नाम रोज संवर बिखर नाम शायरी


1031
एक वो हैं जो रोज संवरते हैं,
किसी औरके नामसे l
एक हम हैं कि रोज बिखर जाते हैं,
उनके नामसे...!

1 March 2017

1030 फितूर उम्र जुदा खिलौना इश्क़ पैसा शायरी


1030
फितूर होता हैं,
हर उम्रमें जुदा-जुदा,
खिलौना, इश्क़, पैसा...
फिर खुदा-खुदा !

1029 मंजूर वक़्त सितम बिछड़ सजा ज्यादा शायरी


1029
मुझे मंजूर थे,
वक़्तके सब सितम मगर...
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना,
ये सजा ज़रा ज्यादा हो गयी ।।

1028 दिल हालात आँख शायरी


1028
दिलके हालात भला,
कैसे छुपाऊँ उससे... 
क्या करू वो मेरी,
आँखोंको भी पढ़ लेती हैं...

1027 बिछड़ यकीन बेशक ख्वाब हसीन शायरी


1027
बिछड़कर फिर मिलेंगे,
यकीन कितना था...
बेशक ख्वाब ही था,
मगर हसीन कितना था...

1026 अच्छा बुरा शायरी


1026
”बुरा” हमेशा वहीं बनता हैं, 
जो ”अच्छा” बनके,
टूट चुका होता हैं…