4 March 2017

1044 महसूस बात दिन लापरवाह याद शायरी


1044
महसूस कर रहें हैं,
तेरी लापरवाहियाँ कुछ दिनोंसे...
याद रखना अगर हम बदल गये तो,
मनाना तेरे बसकी बात ना होगी !

No comments:

Post a Comment