21 March 2017

1119 उम्र बर्बाद नुक़्स तराश शायरी


1119
उम्र बर्बाद कर दी हमने,
औरोंमें नुक़्स निकालते निकालते......
इतना कभी खुदको तराशते तो,
कबके खुदा तो हो गए होते......।

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