19 March 2017

1109 मुस्कुराहट झूठी यार इंसान देखना समझना सीख शायरी


1109
मुस्कुराहटें झूठी भी,
हुआ करती हैं यारों...
इंसानको देखना नहीं,
बस समझना सीखो...!!!

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