27 March 2017

1147


उजड़े हुए गुलशन को
फिर से आबाद मत कर,
उसके हसीन फूलों को
तू फिर से याद मत कर,
जी ले जिंदगी को मन मार कर यूं ही ,
तू अपने हसीन कल को,
फिर से बर्बाद मत कर...!

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