12 March 2017

1076 ज़िंदगी हस्ती मिट आशियाँ मुस्किल समझा अपना बना पल शायरी


1077
हस्ती मिट जाती हैं,
आशियाँ बनानेमें,
बहुत मुस्किल होती हैं
अपनोंको समझानेमें,
एक पलमेंमे किसीको
भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती हैं,
किसीको अपना बनानेमें...

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