13 March 2017

1085 आदत बेबस फूल खुशबू सजा शायरी


1085
हम तो फूलोंकी तरह,
अपनी आदतसे बेबस हैं...
तोडनेवालेको भी,
खुशबूकी सजा देते हैं...!!!

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