28 March 2017

1154 ख़ामोशियाँ अजीब रिश्ता निभा लब अक्सर खुल आवाज़ शायरी


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ख़ामोशियाँ भी,
अजीब रिश्ता निभाती हैं...
लब अक्सर खुलते हैं,
पर कभी आवाज़ नहीं आती हैं...

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