20 March 2017

1112 तीनका साँस जोड नजर इंतजlर जान शायरी


1112
तीनका तीनका साँसोको,
जोडते रहें हम,
नके इंतजlमें...
.......
न्होने एक नजरमें 
जान ही ले ली . . . !

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