20 April 2017

1235 दिल आँखे आईना बात जुबा नादान बयाँ शायरी


1235
आपकी आँखे नहीं,
ये तो दिलका आईना हैं...
जो बात आप जुबासे छुपाते हो...
वो ये नादान... बयाँ करता हैं !!!

1234 होश पहचान नाम शायरी


1234
तू होशमें थी फिरभी...
हमें पहचान ना पाई...
एक हम हैं पीकर भी...
तेरा नाम लेते रहें.......

1233 आँख सुरमा हँसीन समा शायरी


1233
आप आपकी आँखोंमें,
सुरमा लगाया कीजिये...
न हँसीन आँखोंमें कभी,
हमेंभी समाया कीजिये...!

1232 मोहब्बत सोच छोड़ जिद्द अश्क़ शायरी


1232
बस यहीं सोचकर छोड़ दी...
हमने जिद्द मोहब्बतकी,
अश्क़ तेरे गिरे या मेरे...
रोयेगी तो मोहब्बतही...!!!

1231 पसंद वजह लोग हार जीत शायरी


1231
पसंद हैं मुझे...
उन लोगोंसे हारना...
जो मेरे हारनेकी वजहसे,
पहलीबार जीतें हो !!!

18 April 2017

1230 दिल चाहत नज़दीक समझ तमन्ना एहसास शायरी


1230
तू ही बता ए दिल,
तुम्हें समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता हैं तू,
उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना,
हर एहसास हैं वो मेरा,
मगर उस एहसासको,
ये एहसास दिलाऊं कैसे…

1229 मोहब्बत बहोत दर्द दुनियाँ बेवफा शायरी


1229
ऐ खुदा,
बहोत दर्द देती हैं ये मोहब्बत...
तू कहीं अलग दुनियाँ बना दे,
इन बेवफाओं की.......

1228 समझ दुनियाँ खुद शायरी


1228
एक मैं हूँ कि समझा नहीं,
खुदको आजतक...!
और दुनियाँ हैं कि न जाने,
मुझे क्या-क्या समझ लेती हैं...!!!

1227 दिल जिंदगी मोड़ ‎मज़बूरी दिमाग मंजूरी शायरी


1227
जिंदगीके किसीभी मोड़पर,
आप वहीं करना,
जो आपका दिल आपसे कहें,
क्योंकि जो दिमाग कहता हैं,
वो मज़बूरी होती हैं, और
जो दिल केहता हैं,
वो मंजूरी होती हैं...

1226 दिल बहला जरिया लफ्ज कागज महबुब लौट शायरी


1226
शेर-ओ-शायरी तो,
दिल बहलानेका एक जरिया हैं दोस्तो...
लफ्ज कागजपर उतारनेसे,
महबुब लौटा नहीं करते.......

17 April 2017

1225 करीब रिश्तें प्यार दूर उम्मीद दरमियान इंतज़ार बरक़रार शायरी


1225
करीब इतना रहो कि,
रिश्तोंमें प्यार रहें...
दूर भी इतना रहो कि,
आनेका इंतज़ार रहें...
रखो उम्मीद रिश्तोंके दरमियान इतनी कि,
टूट जाएँ उम्मीदें मगर,
रिश्तें बरक़रार रहें...

1224 वजह पूछ उम्र गुजरअच्छे शायरी


1224
वजह पूछोगे तो,
सारी उम्र गुजर जाएगी,
कहां ना, 'अच्छे लगते हो',
तो बस लगते हो !

1223 वजह पूछ उम्र गुजरअच्छे शायरी


1223
बहुत भीड़ हो गयी हैं,
तेरे दिलमें,
अच्छा हुआ हम,
वक़्तपर निकल गए...!

1222 आदत तकलीफ शायरी


1222
आदत बना ली हैं मैने,
खुदको तकलीफ देनेकी,
ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे . . .
तो ज्यादा तकलीफ ना हो !

1221 आदत तकलीफ शायरी


1221
आँखोंमें आ जाते हैं आँसू,
फिरभी लबोंपें हँसी रखनी पडती हैं,
ये मोहब्बत भी क्या चीज हैं यारों,
जिससे करते हैं उसीसे छुपानी पडती हैं...

1220 जिंदगी प्यार नाकाम चाह शायरी


1220
जिंदगी जिसको तेरा प्यार मिला,
उसका वो जाने ;
हम तो नाकाम ही रहें,
चाहने वालोंकी तरह...!

1219 आईना नज़र काजल शायरी


1219
आईना नज़र लगाना चाहे भी...,
तो कैसे लगाएँ...
काजल लगाती हैं वो रोज,
आईनेमें देखकर...!

1218 सफर मुश्किल हिम्मत रास्ता जुर्रत इरादा दाम कीमत शायरी


1218
सफरमें मुश्किलें आऐ,
तो हिम्मत और बढ़ती हैं,
कोई अगर रास्ता रोके,
तो जुर्रत और बढ़ती हैं,
अगर बिकनेपें आ जाओ,
तो घट जाते हैं दाम अक्सर...
ना बिकनेका इरादा हो तो,
कीमत और बढ़ती हैं...।

1217 जान दोस्ती मुस्कान सच्ची पानी आँसू पहचान शायरी


1217
दोस्ती वो नहीं जो जान देती हैं,
दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कान देती हैं,
अरे सच्ची दोस्ती तो वो हैं...
जो पानीमें गिरा हुआ आँसू भी पहचान लेती हैं l

1216 मुस्कुराहट गुस्सा खास खोना शायरी


1216
कभी कभी गुस्सा,
मुस्कुराहटसे ज्यादा खास होता हैं...
क्युँकि मुस्कुराहट तो,
सबके लिए होती हैं...
मगर गुस्सा सिर्फ उनके लिए होता हैं...
जिन्हे हम खोना नहीं चाहते...