18 April 2017

1230 दिल चाहत नज़दीक समझ तमन्ना एहसास शायरी


1230
तू ही बता ए दिल,
तुम्हें समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता हैं तू,
उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना,
हर एहसास हैं वो मेरा,
मगर उस एहसासको,
ये एहसास दिलाऊं कैसे…

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