15 April 2017

1214 ज़िंदगी ग़ज़ब हौसला वाक़िफ़ पल इन्सान वादे शायरी


1214
ग़ज़बका हौसला दिया हैं,
खुदाने हम इन्सानोंको...
वाक़िफ़ हम अगले पलसे भी नहीं...
और वादे ज़िंदगीभरके होते हैं...!!!

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