3 April 2017

1182 जल्दी खयाल चूमना जनाजा शायरी


1182
वाह् फ़राज़,
बड़ी जल्दी खयाल आया हमारा,
बस भी करो अब चूमना...
उठने भी दो अब जनाजा मेरा......

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