14 April 2017

1207 महफूज़ रक्ख बला वकील हक़ीम हसीन निगाह शायरी


1207
ख़ुदा महफूज़ रक्खे,
आपको तीनों बलाओंसे
वकीलोंसे, हक़ीमोंसे,
हसीनोंकी निगाहोंसे...

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