20 April 2017

1235 दिल आँखे आईना बात जुबा नादान बयाँ शायरी


1235
आपकी आँखे नहीं,
ये तो दिलका आईना हैं...
जो बात आप जुबासे छुपाते हो...
वो ये नादान... बयाँ करता हैं !!!

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