7 April 2017

1193 धडकन खास बात दीदार बाजार साफ़ सुन शायरी


1193
धडकनोकी यहीं तो खास बात हैं...
उनका दीदार हो बस.......
भरे बाजारमें भी ,
साफ़ सुनाई पडती हैं…….

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