18 April 2017

1229 मोहब्बत बहोत दर्द दुनियाँ बेवफा शायरी


1229
ऐ खुदा,
बहोत दर्द देती हैं ये मोहब्बत...
तू कहीं अलग दुनियाँ बना दे,
इन बेवफाओं की.......

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