22 April 2017

1244 छुपे सरेआम रिश्ते एहसास नाम शायरी


1244
छुपे छुपेसे रहते हैं,
कभी सरेआम नहीं हुआ करते;
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं,
उनके नाम नहीं हुआ करते…

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