22 April 2017

1245 इश्क होश नशा मजबूरी शायरी


1245
हमने तो इश्कके नशेमें,
उनको खुदा बना डाला,
होश तो तब आया जब उन्होंने कहां,
कि खुदा किसी एकका नहीं होता…

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