23 May 2017

1340 सजदे दुआएँ हमदम खुशी जिंदगी शायरी


1340
मेरे सजदेकी दुआएँ,
तुम क्या जानो हमदम…
सर झुका तो तेरी खुशी माँगी,
हाथ उठे तो तेरी जिंदगी . . .

1339 बात फितरत खता याद शायरी


1339
कुछ तो बात हैं
तेरी फितरतमें ऐ यार;
वरना तुझको याद करनेकी
खता हम बार-बार न करते !

1338 क़द्र तनहाई दिल्लगी शायरी


1338
हमारी "क़द्र" होगी उन्हें,
"तनहाईयों" में...
अभी तो बहुत लोग हैं,
उनके पास दिल्लगीके लिए...!!!

1337 क़द्र तनहाई दिल्लगी शायरी


1337
सभी पुराने ठौर ठिकाने,
टोक रहे हैं आते - जाते,
मैं भी खुश हूँ, तुम भी खुश हो ,
काश के "हम" भी खुश हो पाते.....!

1336 जिंदगी खत्म बाद याद शायरी


1336
लो खत्म कर रहें हैं जिंदगी,
तेरे जानेके बाद l
पर तुम याद तो आओगे ही मुझे,
मर जानेके बाद…ll

22 May 2017

1335 यार बाजार गम शायरी


1335
ये आप कहाँ घूमते हो यार...
ये तो बस गमका हैं बाजार...

1334 तक़दीर सिलसिला वक़्त गुजार शायरी


1334
अपनी तक़दीरमें तो कुछ,
ऐसा ही सिलसिला लिखा हैं,
किसीने वक़्त गुजारनेके लिए अपना बनाया,
तो किसीने अपना बनाकर,
वक़्त गुज़ार लिया.......

1333 अनजान गुज़र दूर पहचान शायरी


1333
वो अब पाससे अनजान बनकर,
गुज़र जाते हैं !
जो कभी हमको दूरसे पहचान,
लिया करते थे.......

1332 हक़ दुआ चाह शायरी


1332
वैसे इतना हक़ तो बनता हैं
मेरा तुमपर... बस,
यहीं दुआ हैं कि...
मेरी तरह कोई और न चाहे तुम्हें...

1331 दिल इजाजत गुलजार गुलशन बिरान बाद दरबाजे शायरी


1331
इजाजत किसे दें दिलमें आनेकी,
सब दरबाजे बन्द कर लिये,
तेरे जानेके बाद;
गुलजार था जो गुलशन,
तुजे पानेके बाद,
बिरान हैं हबेली,
तेरे जानेके बाद...

21 May 2017

1330 ज़िन्दगी खोना याद ग़म खोया ख्वाब कम लाजवाब शायरी


1330
“​ज़िन्दगीमें कुछ खोना पड़े तो...
यह दो लाइन याद रखना ,
"जो खोया हैं उसका ग़म नहीं,
जो पाया हैं वह किसीसे कम नहीं,
जो नहीं हैं वह एक ख्वाब हैं,
और जो हैं वह लाजवाब हैं…!"

1328 साँस दुनियाँ जरूरत रुख़्सत पता शायरी


1328
साँसोंकी जरूरत उन्हें होती हैं,
जिन्हें पता होता हैं,
की अब वो इस दुनियाँसे
रुख़्सत होने वाले हैं

1329 दिल उतर शायरी


1329
दिल करता हैं
तेरे दिलमें उतरकर देखू…….
कौन हैं उसमे जो,
मुझे बसने नहीं देता . . . !

1327 दर्द सुना जमाना तालियाँ गूँज महफ़िल शायरी


1327
यह भी एक जमाना,
देख लिया हमने...
दर्द जो अपना सुनाया,
तो तालियाँ गूँज उठी महफ़िलमें ।

1326 साथ लोग जलते खाक आस-पास शायरी


1326
रहते हैं आस-पास ही,
लेकिन साथ नहीं होते…
कुछ लोग जलते हैं मुझसे...
बस खाक नहीं होते l

20 May 2017

1325 मोहब्बत रिहा ज़रूरी वफ़ाके तुज़ुर्बे जुदा उम्र गुज़र बेवफा शायरी


1325
मोहब्बतसे रिहा होना,
ज़रूरी हो गया हैं...!
मेरा तुझसे जुदा होना,
जरूरी हो गया हैं...
वफ़ाके तुज़ुर्बे करते हुए तो,
उम्र गुज़री हैं...
ज़रासा बेवफा होना,
जरूरी हो गया हैं . . . !

1323 दर्द हाथ गम आँसू रौशनी जला दुआ शायरी


1323
दर्दसे हाथ न मिलाते,
तो और क्या करते,
गमके आँसू न बहते,
तो और क्या करते,
उसने माँगी थी हमसे,
रौशनीकी दुआ,
हम खुदको न जलाते,
तो और क्या करते . . . !

1324 वजह तलाश बेवजह याद आदत शायरी


1324
वजहकी तलाश,
न तब थी, न अब हैं . . .
बेवजह तुझे याद करना,
आदत हैं मेरी . . . . . . .

1322 खुश-किश्मत ख्वाब चाह इजाजत शायरी


1322
तुम खुश-किश्मत हो,
जो हम तुमको चाहते हैं वरना,
हम तो वो हैं जिनके ख्वाबोंमें भी लोग,
इजाजत लेकर आते हैं।

1321 गम निखर बात जमानेका शुक्रिया शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


1321
गम मिलते हैं तो,
और निखरती हैं शायरी,
बात यह हैं तो...
सारे जमानेका शुक्रिया l