20 May 2017

1321 गम निखर बात जमानेका शुक्रिया शायरी हैं हीं हां में मैं पें याँ आँ हूँ हाँ हें


1321
गम मिलते हैं तो,
और निखरती हैं शायरी,
बात यह हैं तो...
सारे जमानेका शुक्रिया l

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