6 May 2017

1290 मोहब्बत चाहत ज़माना जहाँ अपनाना बताना शायरी


1290
"तेरी चाहतमें हम ज़माना भूल गये,
किसी औरको हम अपनाना भूल गये,
तुमसे मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँको,
बस एक तुझे ही बताना भूल गये......"

No comments:

Post a Comment