20 May 2017

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मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया है...!
मेरा तुझसे जुदा होना जरूरी हो गया है...
वफ़ा के तुज़ुर्बे करते हुए तो उम्र गुज़री है...

ज़रा सा बेवफा होना जरूरी हो गया है . . . !

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