19 December 2016

851 दिल प्यार टुटा महफ़िल रौनक शायरी


851

रौनक, Glow

महफ़िल भले ही,
प्यार करनेवालोंकी हो...
उसमें रौनक तो,
दिल टुटा हुआ शायर ही लाता हैं…

Even if it's a gathering of,
Those who are Lovers...
There is a glow in it,
Only a broken hearted poet brings...

15 December 2016

850 मुश्किल जज़्बात दर्द महसूस शायरी


850

महसूस, Emotions

बड़ा मुश्किल हैं...
जज़्बातोंको पन्नोंपर उतारना
हर दर्द महसूस करना पड़ता हैं...
लिखनेसे पहले

It is very difficult...
Putting emotions on pages…
You have to feel every pain...
Before writting…

849 दिल ज़िंदगी याद मुस्कान चहेरे साथ आसमान करीब शायरी


849

आसमान, Sky

हम आपके दिलमें,
एक याद बनकर रहेंगे,
तेरे चहेरेपें एक,
मुस्कान बनकर रहेंगे,
हमे आपके करीब हैं,
समजना ज़िंदगीमें,
हम आपके साथ,
आसमान बनकर रहेंगे ll

I am in your heart,
Will remain as a memory,
One in your face,
Will remain as a smile,
I am close to you,
understand in life,
I am with you,
Will remain like the sky.

848 आशियाँ दीदार सूरत साया शायरी


848

दीदार, Glance

निकलते हैं तेरे आशियाँके आगेसे,
सोचते हैं की तेरा दीदार हो जायेगा l
खिड़कीसे तेरी सूरत न सही...
तेरा साया तो नजर आएगा ll

I roam in front of your house,
In the hope of your glance.
If not the your visible face through the window...
At least your shadow will be visible.

847 दिल खातिर साथ पास दिन सुनहरे अरमान शायरी


847

अरमान, Desires

तू साथ मेरे हैं, तू पास मेरे हैं,
जानता हूँ मैं ये दिन सुनहरे हैं l
इस दिलकी खातिर तू पास हैं मेरे,
जाने क्या क्या इस दिलमेंअरमान तेरे हैं ll

You are with me, you are near me,
I know these are golden days.
For the sake of this heart, you are near me,
Don't know what is in this heart, desires for yours.

846 ज़िंदगी गुज़र वजूद आईना सामने नज़र वक़्त शायरी


846

वजूद, Existence

मेरे वजूदमें काश तू उतार जाए,
मैं देखूँ आईना और तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यूँ ही देखते हुए गुज़र जाए

I wish you would come into my existence,
I look in the mirror and you are visible,
You are in front and time stops,
May this life pass just looking at you...

14 December 2016

845 बुलावा झूठ कसम शायरी


845

कसम, Swear

लगता हैं खुदाका,
बुलावा आनेवाला हैं l
आजकल मेरी झूठी कसम,
खा रही हैं वो

I think,
God is calling me,
These days she is swears,
falsely in my name...

843 समेट नाजुक पल लम्हे शामिल शायरी


843
समेट लो इन नाजुक पलोंको,
जाने ये म्हें कल हो हो...
हो भी ये लम्हें क्या मालुम,
शामिल उन पलोंमें हम हो हो

844 मोहब्बत हँस खुशी रूठ आँख बेचैनी महसुस शायरी


844
तुम हँसों तो, खुशी मुझे होती हैं...
तुम रूठो तो, आँखे मेरी रोती हैं...
तुम दूर जाओ तो, बेचैनी मुझे होती हैं...
महसुस करके देखो,
मोहब्बत ऐसी ही होती हैं........

841 मोहब्बत बेरहम तूफान बिछड़ वक़्त शायरी


841
मोहब्बत वक़्तके,
बेरहम तूफानसे नहीं डरती,
उससे कहना,
बिछड़नेसे मोहब्बत तो नहीं मरती !

842 मोहब्बत ज़ख़्म शायरी


842
इतनी मोहब्बत,
तो नहीं की थी तुमने...
जितने ज़ख़्म तुम,
दे रहे हो......

840 मोहब्बत राह परवाह शायरी


840

Raah, Way

मोहब्बत...
तुझे पानेकी कोई राह नहीं,
शायद तू सिर्फ उसे ही मिलती हैं,
जिसे तेरी परवाह नहीं......
Oh Love ...
There is no way to Get you,
May be you meet those only
Who doesn't care for You.......

839 जिन्दगी कदर शायरी


839

Jindagi, Life

चलो ना...
जी ले कुछ इस कदर,
कि लगे जैसे...
जिन्दगी हमे नहीं,
जिन्दगीको हम
मिल गये हैं…!
Lets Go...
Live like in a Different way,
That Feels Like...
Life not to Us,
We have met
Life...!

838 आँखें गुलाब बहार ख्बाब शबाब शायरी


838

Khwaab, Dream

जाने कभी गुलाब लगती हैं,
जाने कभी शबाब लगती हैं,
तेरी आँखें ही हमें,
बहारोंका ख्बाब लगती हैं

Ever you seems A Rose,
Ever you seems Adolescence,
Your Eyes only,
Seems like Bliss of Dreams .


837 आँखें नज़रें कागज़ शायरी


837

Chooraana, Stealing

मुझसे हर बार,
नज़रें चुरा लेती हैं वो,
मैने कागज़पर भी बनाके देखी हैं,
आँखें उनकी...!

Every time with me,
She Steals her Eyes,
I tried sketching on paper even,
Her Eyes...!

836 शब्द बेचैनियाँ आँख मौन वीरानियाँ समझ शायरी


836

Bechainiyaan, Restlessness

मनकी ये बेचैनियाँ...
शब्दोंका ये मौन...
आँखोंकी वीरानियाँ...
उनके बिन... समझे कौन......

The Restlessness of the Mind ...
Speechlessness of Words,
... Deserted Eyes
Other than Her ... Who will Understand .......

12 December 2016

835 दिल चाह निगाह जरिया शायरी


835

Nigahe, Eyes

हम चाहे चाहे,
निगाहें मिल ही जाती हैं...
निगाहें तो जरिया हैं,
दो दिलोंके मिलनेका...
जब मिलने हो दो दिल,
निगाहें मिल ही जाती हैं……

Whether I Wish or Not
Eye sights are bond to meet,
Eyes are the means
to attach Two Hearts,
When Two Hearts are going to meet
Eyes finds the Sight.......

834 मुस्कुराहट कमाल चीज शायरी


834

Kamal, Amazing

मुस्कुराहट भी,
एक कमालकी चीज हैं ...
जितना बताती हैं ...
उससे कहीं ज्यादा छुपाती हैं......

Smile is ,
An Amazing thing ...
Hides more than ...
Whatever is Expressed .......

833 जान जरूरत मुस्कुरा शायरी


833

Muskuraahat, Smile

जान ही लेनी थी,
तो सिर्फ कह देती...
क्या जरूरत थी,
यूँ मुस्कुरानेकी...

You should have just told me
That you Wanted to Kill me...
What was needed
To Smile that way...

831 बेगुनाह छुप छप राज़ शायरी


831

Begunaah, Innocent

बेगुनाह कोई नहीं,
सबके राज़ होते हैं...
किसीके छुप जाते हैं,
किसीके छप जाते हैं…!!!

Nobody is Innocent,
Everybody has a Secret...
Other's get Hidden,
Someone's get Printed...