15 December 2016

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मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए,
मे देखु आईना और तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए

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