10 December 2016

829 ज़िन्दगी दर्द हँसी फूल खुशबु ख़ुशी शायरी


829

Jindagee, Life

फूल बनके खुशबु फैलना ही हैं ज़िन्दगी;
हर दर्दको हँसीमें छुपा लेना ही हैं ज़िन्दगी;
ज़िन्दगीमें जीत मिली तो क्या हुआ;
हारकर भी ख़ुशी जताना ही हैं ज़िन्दगी।

Spreading Fragrance by becoming Flower is Life;
Hiding every Sorry behind the Smile is Life;
What if you Win in your Life;
Expressing Happiness on Failure is Life .

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