26 December 2016

890 मुश्किल मना रूठा शख्स बात शायरी


890

मनाना, Convince

कितना मुश्किल हैं,
मनाना उस शख्सको...
जो रूठा भी ना हो और,
बातभी ना करे…!

How difficult it is,
To convince that person...
Who is neither angry,
Nor even talking...!

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