14 December 2016

841 मोहब्बत बेरहम तूफान बिछड़ वक़्त शायरी


841
मोहब्बत वक़्तके,
बेरहम तूफानसे नहीं डरती,
उससे कहना,
बिछड़नेसे मोहब्बत तो नहीं मरती !

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