10 December 2016

827 सोच सिवा शायरी


827

सोच, Think

एक तेरे सिवा हम किसी औरके,
कैसे हो सकते हैं...?
तू खुद ही सोचकर बता, 
तेरे जैसा कोई और हैं क्या...?

How may I become
Of somebody else...?
You yourselves think and Tell
Is there anyone like You...?

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