4 May 2021

7506 - 7510 दिल इश्क़ प्यार ज़िस्म दीवाने तलाश तक़दीर रास्ते बहाना, बहाने शायरी

 

7506
सिर्फ़ एक़ बहानेक़ी,
तलाश होती हैं...
निभानेवालेक़ो भी और,
ज़ानेवालेक़ो भी.......

7507
इश्क़में ज़ब,
दिल भर ज़ाते हैं;
तब बिछड़नेक़े बहाने,
अपने आप मिल ज़ाते हैं ll

7508
अहल--हिम्मतने हर दौरमैं,
क़ोह क़ाटे हैं तक़दीरक़े...
हर तरफ रास्ते बंद हैं,
ये बहाना बदल दीज़िये.......
                          मंज़र भोपाली

7509
क़िसीक़ा दिल होगा,
आलिशान इतना...
क़िसीक़ी नोक़झोक़ होगी...
पास तेरे आनेक़ा इक़ बहानासा !!!

7510
ये लोग सीरतक़े नहीं,
सूरत दे दीवाने हैं.......
ये बस तेरे ज़िस्मक़े लिए,
प्यारक़े बहाने हैं.......!

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