6 May 2021

7516 - 7520 ज़िन्दगी ज़ीस्त तलाश इशारे मुस्कुराना आशिक़ी हिज़्र मौत बहाना, बहाने शायरी

 

7516
मुस्कुरानेक़क़े बहाने,
ज़ल्दी ख़ोज़ो...
वरना ज़िन्दगी रूलानेक़े,
मौक़े तलाश लेगी.......

7517
क़िसीक़े एक़ इशारेमें,
क़िसक़ो क्या मिला...
बशरक़ो ज़ीस्त मिली,
मौतक़ो बहाना मिला...
फ़ानी बदायुनी

7518
भूल तो ज़ाऊँ उसे मगर,
फ़ि ज़िन्दगीक़ा,
क़ोई बहाना ना रहेगा.......

7519
मेरी ज़िंदगी तो गुज़री
तेरे हिज़्रक़े सहारे
मेरी मौतक़ो भी प्यारे
क़ोई चाहिए बहाना

7520
आशिक़ी क्या हैं,
सच जो पूछो तो...
हमक़ो मरनेक़ा,
इक़ बहाना मिला.......
      सफ़ी औरंगाबादी

No comments:

Post a Comment