14 December 2016

843 समेट नाजुक पल लम्हे शामिल शायरी


843
समेट लो इन नाजुक पलोंको,
जाने ये म्हें कल हो हो...
हो भी ये लम्हें क्या मालुम,
शामिल उन पलोंमें हम हो हो

844 मोहब्बत हँस खुशी रूठ आँख बेचैनी महसुस शायरी


844
तुम हँसों तो, खुशी मुझे होती हैं...
तुम रूठो तो, आँखे मेरी रोती हैं...
तुम दूर जाओ तो, बेचैनी मुझे होती हैं...
महसुस करके देखो,
मोहब्बत ऐसी ही होती हैं........

841 मोहब्बत बेरहम तूफान बिछड़ वक़्त शायरी


841
मोहब्बत वक़्तके,
बेरहम तूफानसे नहीं डरती,
उससे कहना,
बिछड़नेसे मोहब्बत तो नहीं मरती !

842 मोहब्बत ज़ख़्म शायरी


842
इतनी मोहब्बत,
तो नहीं की थी तुमने...
जितने ज़ख़्म तुम,
दे रहे हो......

840 मोहब्बत राह परवाह शायरी


840

Raah, Way

मोहब्बत...
तुझे पानेकी कोई राह नहीं,
शायद तू सिर्फ उसे ही मिलती हैं,
जिसे तेरी परवाह नहीं......
Oh Love ...
There is no way to Get you,
May be you meet those only
Who doesn't care for You.......

839 जिन्दगी कदर शायरी


839

Jindagi, Life

चलो ना...
जी ले कुछ इस कदर,
कि लगे जैसे...
जिन्दगी हमे नहीं,
जिन्दगीको हम
मिल गये हैं…!
Lets Go...
Live like in a Different way,
That Feels Like...
Life not to Us,
We have met
Life...!

838 आँखें गुलाब बहार ख्बाब शबाब शायरी


838

Khwaab, Dream

जाने कभी गुलाब लगती हैं,
जाने कभी शबाब लगती हैं,
तेरी आँखें ही हमें,
बहारोंका ख्बाब लगती हैं

Ever you seems A Rose,
Ever you seems Adolescence,
Your Eyes only,
Seems like Bliss of Dreams .


837 आँखें नज़रें कागज़ शायरी


837

Chooraana, Stealing

मुझसे हर बार,
नज़रें चुरा लेती हैं वो,
मैने कागज़पर भी बनाके देखी हैं,
आँखें उनकी...!

Every time with me,
She Steals her Eyes,
I tried sketching on paper even,
Her Eyes...!

836 शब्द बेचैनियाँ आँख मौन वीरानियाँ समझ शायरी


836

Bechainiyaan, Restlessness

मनकी ये बेचैनियाँ...
शब्दोंका ये मौन...
आँखोंकी वीरानियाँ...
उनके बिन... समझे कौन......

The Restlessness of the Mind ...
Speechlessness of Words,
... Deserted Eyes
Other than Her ... Who will Understand .......

12 December 2016

835 दिल चाह निगाह जरिया शायरी


835

Nigahe, Eyes

हम चाहे चाहे,
निगाहें मिल ही जाती हैं...
निगाहें तो जरिया हैं,
दो दिलोंके मिलनेका...
जब मिलने हो दो दिल,
निगाहें मिल ही जाती हैं……

Whether I Wish or Not
Eye sights are bond to meet,
Eyes are the means
to attach Two Hearts,
When Two Hearts are going to meet
Eyes finds the Sight.......

834 मुस्कुराहट कमाल चीज शायरी


834

Kamal, Amazing

मुस्कुराहट भी,
एक कमालकी चीज हैं ...
जितना बताती हैं ...
उससे कहीं ज्यादा छुपाती हैं......

Smile is ,
An Amazing thing ...
Hides more than ...
Whatever is Expressed .......

833 जान जरूरत मुस्कुरा शायरी


833

Muskuraahat, Smile

जान ही लेनी थी,
तो सिर्फ कह देती...
क्या जरूरत थी,
यूँ मुस्कुरानेकी...

You should have just told me
That you Wanted to Kill me...
What was needed
To Smile that way...

831 बेगुनाह छुप छप राज़ शायरी


831

Begunaah, Innocent

बेगुनाह कोई नहीं,
सबके राज़ होते हैं...
किसीके छुप जाते हैं,
किसीके छप जाते हैं…!!!

Nobody is Innocent,
Everybody has a Secret...
Other's get Hidden,
Someone's get Printed...

832 जिंदगी गुजर चाह भुला शायरी


832

Jindagee, Life

ये क्या जिंदगी हैं ...
आधी गुजरी हैं उसे चाहनेमें,
और बाकी गुजर रही हैं,
उसे भुलानेमें......

What kind of Life is this ...
Half is Spent in her Wanting,
And remaining is being Spent,
To Forget Her .......

10 December 2016

830 अदा अदावत दावत शायरी


830

Adaawat, Anomosity

ये भी एक अदा हैं,
उनकी अदावतकी,
जब जब हमने रोज़ा रक्खा,
उन्होने दावत दी...

This is also a Kind of Spirit
Of her Animosity,
Whenever I was on the Fast
She arranged Banquette...

829 ज़िन्दगी दर्द हँसी फूल खुशबु ख़ुशी शायरी


829

Jindagee, Life

फूल बनके खुशबु फैलना ही हैं ज़िन्दगी;
हर दर्दको हँसीमें छुपा लेना ही हैं ज़िन्दगी;
ज़िन्दगीमें जीत मिली तो क्या हुआ;
हारकर भी ख़ुशी जताना ही हैं ज़िन्दगी।

Spreading Fragrance by becoming Flower is Life;
Hiding every Sorry behind the Smile is Life;
What if you Win in your Life;
Expressing Happiness on Failure is Life .

828 एहसास हया पसीना तेज़ धड़कन हाथ शायरी


828

Hayaa, Feelings

माथेपर पसीना, तेज़ धड़कन...
हलकीसी एहसास--हया...
क्या कुछ बित गई थी, मुझपें,
इक तेरे हाथ पकड़नेसे...

Sweat on the Forehead, Pounding Heartbeats...
Enlightened with Emotions and Feelings...
What had Happened to me,
By Holding your Hand...

827 सोच सिवा शायरी


827

Soch, Think

एक तेरे सिवा हम किसी औरके,
कैसे हो सकते हैं...?
तू खुद ही सोचकर बता, 
तेरे जैसा कोई और हैं क्या...?

How may I become
Of somebody else...?
You yourselves think and Tell
Is there anyone like You...?

826 मोहब्बत मौत प्यार शायरी सोच सिवा शायरी


826

Pyar, Adoration

सुना हैं किमौतसे पहले,
एक और मौत होती हैं,
और उसे प्यारसे लोग,
"मोहब्बत" कहते हैं…!

Have heard that, Before the Death,
There is another Death,
And People call it with Adoration,
As a "Love"...!

8 December 2016

825 मोहब्बत अजीब दस्तूर रूठ टूट शायरी सोच सिवा शायरी


825

Dastoor, Manners

अजीब दस्तूर हैं,
मोहब्बतका,
कोई रूठ जाता हैं,
कोई टूट जाता हैं...

Strange Manners are there,
Of Love,
Some get Upset,
Other Breaks down...