3 March 2017

1031 नाम रोज संवर बिखर नाम शायरी


1031
एक वो हैं जो रोज संवरते हैं,
किसी औरके नामसे l
एक हम हैं कि रोज बिखर जाते हैं,
उनके नामसे...!

1 March 2017

1030 फितूर उम्र जुदा खिलौना इश्क़ पैसा शायरी


1030
फितूर होता हैं,
हर उम्रमें जुदा-जुदा,
खिलौना, इश्क़, पैसा...
फिर खुदा-खुदा !

1029 मंजूर वक़्त सितम बिछड़ सजा ज्यादा शायरी


1029
मुझे मंजूर थे,
वक़्तके सब सितम मगर...
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना,
ये सजा ज़रा ज्यादा हो गयी ।।

1028 दिल हालात आँख शायरी


1028
दिलके हालात भला,
कैसे छुपाऊँ उससे... 
क्या करू वो मेरी,
आँखोंको भी पढ़ लेती हैं...

1027 बिछड़ यकीन बेशक ख्वाब हसीन शायरी


1027
बिछड़कर फिर मिलेंगे,
यकीन कितना था...
बेशक ख्वाब ही था,
मगर हसीन कितना था...

1026 अच्छा बुरा शायरी


1026
”बुरा” हमेशा वहीं बनता हैं, 
जो ”अच्छा” बनके,
टूट चुका होता हैं…

28 February 2017

1025 दिल दरमियान हौंसला पलक दूरियाँ ख्वाब हिचकियाँ शायरी


1025
कुछ तो अपने और मेरे दरमियान रहने दे,
दूरियाँ चुभती हैं फिर भी रहने ही दे l
ख्वाब है तू तो टूट भी जायेगा ,
थोड़ी देर तू मेरी पलकोंपे अपनी अंगुलियाँ रहने भी दे l
इनका भी जब जब अपनोंसे दिल भर जायेगा,
हौंसला देंगी तुझे, ये हिचकियाँ रहने भी दे ...ll

1024 दिल सुन अश्क साथ पास चाँदनी रात हसीन मुलाक़ात बार दोहरा शायरी


1024
हाल दिलका तुम्हे सुनाते,
अगर तुम पास होते,
अश्क तुम्हारे साथ बहाते,
अगर तुम पास होते,
चाँदनी रातकी उन हसीन मुलाक़ातोको,
फिरसे एक बार दोहराते,
अगर तुम पास होते...

1022 गम हँस भुला पानी लहर हटा शायरी


1022
गमोमें हँसनेवालोंको भुलाया नहीं जाता,
पानीको लहरोंसे हटाया नहीं जाता,
बननेवाले बन जाते हैं अपने कहकर,
किसीको अपना बनाया नहीं जाता ।

1023 दिल ज़िंदगी निगाह जान जीने इशारा सहारा फ़ना बंधन ज़माने पुकार शायरी


1023
आपकी निगाहोंसे काश कोई इशारा होता,
ज़िंदगीमे मेरी जान जीनेका सहारा होता,
फ़ना कर देते हम हर बंधन ज़मानेके,
आपने एक बार दिलसे पुकारा होता...

1021 खुशनुमा कल रात तन्हा गुज़र ख्याल साथ शायरी


1021
बहुत खुशनुमा...कलकी रात गुज़री,
कुछ तन्हा. . .
पर कुछ...खास गुज़री,
बस उनके ही ख्यालोंके साथ गुज़री. . . . . . . !

27 February 2017

1020 शिकायत बीते कल याद शायरी


1020
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे...
मेरे आजसे...
मगर...
कभी कभी...
बीते हुए कलमें बसी हुई वो,
बहुत याद आती हैं......

1019 प्यार निभा शायरी


1019
प्यार वो नहीं,
जो कोई कर रहा हैं,
प्यार वो हैं,
जो कोई निभा रहा हैं...!

1018 चुप-चाप सफ़र हयात नज़र गुमराह शायरी


1018
चुप-चाप चल रहे थे,
सफ़र-ए-हयातमें...,
फिर तुमपर नज़र पड़ी,
तो गुमराह हो गए...!

1017 साथ रिश्ते वक्त धुंध लम्हे सपने टूट बेखबर नींद शायरी


1017
साथ छुटनेसे रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्तक़ी धुंधसे लम्हे नहीं टूटा करते,
लोग कहते हैं मेरा सपना टू गया,
बेखबर हैं वोह उन्हें क्या पता,
टूटती नींदसे सपने नहीं टूटा करते.......

1016 तन्हा एहसास घंटे दिन शायरी


1016
आज तन्हा हुए तो,
एहसास हुआ,
कई घंटे होते हैं,
एक दिनमें !

26 February 2017

1015 दिल आसान लफ्ज़ शायर दोस्त लफ्ज़ जोड़ टूट शायरी


1015
आसान नहीं हैं,
शायर बनना दोस्तो,
लफ्ज़ जोड़नेसे पहले...
दिल टूटना ज़रूरी हैं।

1013 दिल नादान हरकतें निकम्मे कदर शायरी


1013
बड़ी नादान हैं...,
इस निकम्मे दिलकी हरकतें...,
जो मिल गया उसकी कदरही नहीं,
और जो ना मिला उसे भूलता हीं...!

1014 दिल रोज सजता नादान दुलहन गम रोज बारात शायरी


1014
दिल तो रोज सजता हैं,
एक नादान दुलहनकी तरह;
और गम रोज चले आते हैं,
बाराती बनकर......!!!

1012 रात गुमसुम चाँद खामोश होश आँख गहराई हाथ जाम शायरी


1012
रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं,
कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं,
ऐसे डूबा तेरी आँखोंकी गहराईमें आज,
हाथमें जाम हैंमगर पिनेका होश नहीं l