28 February 2017

1021 ख्यालोंके साथ रात शायरी


बहुत  खुशनुमा...कलकी रात गुज़री
कुछ तन्हा. . .
पर कुछ...खास गुज़री
बस उनके  ही ख्यालोंके साथ गुज़री. . . . . . . !

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