8 February 2017

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जो इस दुनियाँ में नहीं मिलते ,
वो फिर किस दुनियाँ में मिलेंगे जनाब...
बस यही सोचकर रब ने एक दुनियाँ बनायी ,
जिसे कहते हैं ख्वाब...!!! 

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