20 February 2017

999 मोहब्बत दिल्लगी आखरी ख्वाहिश शायरी


999
न जाने ऐसी भी क्या,
दिल्लगी थी तुमसे...
मैने आखरी ख्वाहिशमें भी,
तेरी मोहब्बत मांगी !!!

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