8 February 2017

939 प्यार मालिक हक़ किरायेदार शायरी


939
माना की उसके प्यारका,
मालिक नहीं हूँ मैं...
पर किरायेदारका भी कुछ,
हक़ तो बनता हैं ना॥

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