28 February 2017

1023 निगाह इशारा सहारा पुकारा शायरी


आपकी निगाहोसे काश कोई इशारा होता,
ज़िंदगीमे मेरी जान जीनेका सहारा होता,
फ़ना कर देते हम हर बंधन ज़मानेके,
आपने एक बार दिलसे पुकारा होता...

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