8 June 2017

1385 मनुष्य ख़्वाहिश पहचान साथ डर शायरी

1385
मनुष्यकी ख़्वाहिश होती हैं,
उसे सब "पहचाने"......
साथमें उसे डर सताता हैं कि,
कोई उसे सहीमें "पहचान" न ले ।।

1384 दिल दुनियाँ रस्म उल्फ़त सिख आग कयामत वक्त रुखसत हंसते रुला शायरी


1384
रस्म-ए-उल्फ़त सिखा गया कोई,
दिलकी दुनियाँपें छा गया कोई... 

ता कयामत किसी तरह न बुझे,
आग ऐसी लगा गया कोई... 

दिलकी दुनियाँ उजड़ीसी क्युँ हैं,
क्या यहांसे चला गया कोई... 

वक्त-ए-रुखसत गले लगाकर दाग़.
हंसते-हंसते रुला गया कोई...!

1383 दिल शीशे घुबार शायरी


1383
दिलके शीशेपें घुबार बहुत हैं,
आज कुछ देर रो लिया जाए...

1382


किस ख़त में लिख कर भेजूं
अपने इंतज़ार को तुम्हें;
बेजुबां हैं इश्क़ मेरा और

ढूंढता है ख़ामोशी से तुझे।

1381


शब्द मेरे सुनकर
वाह वाह सब करते हे...

मौन मेरा सुन सके,
काश ऐसा कोई मिले।

7 June 2017

1379 चैन मशवरा मजा जिन्दगी मुश्किलें शायरी


1379
चैनसे रहनेका हमको,
मशवरा मत दीजिये l
अब मजा देने लगी हैं,
जिन्दगीकी मुश्किलें...!

1380 पतझड़ हिस्सा जिंदगी मौसम फर्क कुदरत पत्ते सूख हकीकत रिश्ते शायरी


1380
पतझड़ भी हिस्सा हैं,
जिंदगीके मौसमका...
फर्क सिर्फ इतना हैं,
कुदरतमें पत्ते सूखते हैं और,
हकीकतमें रिश्ते।

1378 सुन खामोश सिसकियाँ आवाज़ रोना शायरी


1378
तू सुन पाता,
खामोश सिसकियाँ मेरी...
आवाज़ करके रोना तो मुझे,
आज भी नहीं आता...।

1377 वक़्त बदल बातें आँख नमी कमी मोहब्बत शायरी


1877
बदल गया वक़्त,
बदल गयी बातें,
बदल गयी मोहब्बत. . . ;
कुछ नहीं बदला तो वो हैं,
इन आँखोंकी नमी और
तेरी कमी।

1376 प्यार दुनियाँ चल रूक कमी पता दूर शायरी


1376
चलती नहीं दुनियाँ, किसीके आनेसे,
रूकती नहीं दुनियाँ, किसीके जानेसे...
प्यार तो सबको मिल जाता हैं,
कमीका पता तो चलता हैं,
किसीके दूर जानेसे...

6 June 2017

1374 दिल उजड़ कब्र ज़िंदा शायरी


1374
फिर नहीं बसते वो दिल,
जो एक बार उजड़ जाते हैं...
कब्रें जितनी भी सजालो पर...
कोई ज़िंदा नहीं होता...

1375 शिकायतें घर नाम शायरी


1375
बहुत शिकायतें आती हैं,
तुम्हारे घरसे...
यूँ सोते हुए,
मेरा नाम ना लिया करो.......!

1373 बात उम्र इंतज़ार शाम वादे शायरी


1373
उनकी बातोंपर यक़ीं,
हम उम्रभर करते रहें,
इंतज़ार-ए-शामके वादे,
उम्र भर होते रहें...

1372 रास्ते आजकल मुस्कुरा नशा शायरी


1372
आज वो मिली थी रास्तेपर,
पूछ रही थी कहाँ रहते हो आजकल...
हमने भी मुस्कुराके कह दिया,
"नशे" में...!

1371 दिल प्यार इंतजार बेकरार काश समझ चुप शायरी


1371
तेरा इंतजार होता हैं,
रोज ये दिल बेकरार होता हैं,
काश तुम समझ सकते की…
चुप रहनेवालोंको भी
किसीसे प्यार होता हैं !

5 June 2017

1370 कमी एहसास शायरी


1370
कुछ लोगोंमें सब कुछ होता हैं,
बस एक कमी होती हैं.....
"एहसासकी"

1369 हाथ रिज़्क़ लोग शायरी


1369
अच्छा हुआ के रिज़्क़ हैं,
हाथोमें ख़ुदाके,
वरना यहाँ कुछ लोग,
ख़ुदा हो गए होते...

1368 पता सामने चुप धोका शायरी


1368
कभी कभी पता होता हैं की...
सामनेवाला हमको धोका दे रहा हैं,
फिरभी हम चुप रहते हैं...
क्योंकी हम जानते हैं की,
हम उसके धोकेके साथ जी सकते हैं,
पर उसके बिना नहीं......

1367 फ़िक़र बेवजह रात यक़ीन चैन शायरी


1367
जिन्हें फ़िक़र थी कलकी,
बेवजह वो रोए रातभर...
जिन्हें यक़ी खुदापर
चैनसे वो सोए रातभर...!!!

1366 जिंदगी ताल्लुक रिश्ते लिबास शायरी


1366
हम रखते हैं ताल्लुक,
तो निभाते हैं जिंदगीभर l
हमसे बदले नहीं जाते रिश्ते,
लिबासोंकी तरह...!!!