5 June 2017

1368 पता सामने बिना साथ चुप धोखा शायरी


1368

धोखा, Deception

कभी कभी पता होता हैं की...
सामनेवाला हमको धोखा दे रहा हैं,
फिरभी हम चुप रहते हैं...
क्योंकी हम जानते हैं की,
हम उसके धोखेके साथ जी सकते हैं,
पर उसके बिना नहीं......

Sometimes you know that...
The other person is cheating on you,
Still we remain silent...
Because we know that,
We can live with his deception,
But not without him...

No comments:

Post a Comment