12 June 2017

1389 मुस्कुरा आँखें दर्द बात शायरी


1389
कभी मुस्कुराती आँखें भी,
कर देती हैं कई दर्द बयाँ,
हर बातको रोकर ही बताना,
जरूरी तो नहीं ...

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