13 June 2017

1391 रूह घर मतलब मय्यत शायरी


1391
अपने मतलबके अलावा,
कौन किसीको पूछता हैं,
बिना रूहके तो घर वाले,
मय्यतको भी नहीं रखते...

No comments:

Post a Comment