13 June 2017

1395 रूह तड़प मोहब्बत खुश जिस्म शायरी


1395

तड़प, Suffer

खुश तो वो रहते हैं जो,
"जिस्मों" से मोहब्बत करते हैं ...
क्युँकि...
"रूह" से मोहब्बत करने वालोंको अक्सर ...
"तड़पते" ही देखा हैं...

Happy are those who
Love "Bodies"...
Because...
Those who love "Soul" often...
Have seen only "Suffering"...

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