8046
दिल चाहता हैं,
तेरी हर मुराद पूरी हो...!
और उस मुरादमें,
मेरा भी नाम हो.......!!!
8047मैं उनक़ी महफ़िल-ए-इशरतसे,क़ांप ज़ाता हूँ...ज़ो घरक़ो फूंक़क़े,दुनियामें नाम क़रते हैं...
8048
ये देख़ना हैं क़ि,
फूंक़ भी हैं समुंदर भी...
वो मेरी तिश्ना-लबी,
क़िसक़े नाम क़रता हैं...
8049क़ाश बंद क़रले वो पाग़ल,मुझे अपनी रोज़नामचीमें...!ज़िसक़ा नाम छुपा होता हैं,मेरी हर शायरीमें.......!!!
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तुम्हारा बदलना,
मुबारक़ हो तुम्हे...
हम बदल ग़ए तो,
मोहब्बत बदनाम हो ज़ाएग़ी...