2806
कुछ लोग जिंदगी
होते हैं,
कुछ लोग जिंदगी
में होते हैं,
कुछ लोगों से जिंदगी
होती हैं,
पर कुछ लोग
होते हैं तो, जिंदगी होती है।
2807
लफ्ज़ों
के इत्तेफाक़मे,
बदलाव कर के
देख,
तू देख कर
न मुस्कुरा,
बस
मुस्कुरा के देख।
2808
हमे इतनी फुर्सत
कहाँ,
कि तकदीर
का लिखा देखे,
बस लोगो की
जलन देख...
हम
समझ जाते है,
कि अपनी तकदीर
बुलंद है।
2809
उसकी हसरत को,
मेरे दिल में
लिखने वाले,
काश उसको भी,
मेरी किस्मत में
लिखा होता...
2810
चुपके से दिल
किसी का चुराने
में है मज़ा,
आँखों से दिल
का हाल सुनाने
में है मज़ा;
जितना मज़ा नहीं
है नुमाइश में
इश्क़ की,
उससे ज़्यादा इश्क़ छुपाने में है मज़ा...!