23 May 2018

2781 - 2785 दिल रास्ते एहसास नज़रिया दुआ हीरे खैरियत बात नौबत मुलाक़ात वक़्त तलाश शायरी


2781
हम भी वहीं होते हैं,
रिश्ते भी वहीं होते हैं,
और
रास्ते भी वहीं होते हैं,
बदलता हैं तो बस,
समय, एहसास, और नज़रिया...

2782
आपका मेरा रिश्ता क्या हैं...
मालूम तो हीं;
मगर.......
आपके लिए दुआ माँगना,
अच्छा लगता हैं !!!

2783
अच्छेके साथ अच्छे बने,
पर बुरेके साथ बुरे नहीं...
क्योंकि हीरेसे हीरा,
तराशा जा सकता हैं,
पर कीचड़से कीचड़ साफ,
नहीं किया जा सकता.......

2784
सब आते हैं,
खैरियत पूछने मेरी;
गर तुम जाओ तो,
ये नौबत ही आए.......!

2785
जब दिल उदास हो हमसे बात कर लेना,
जब दिल चाहे मुलाक़ात कर लेना,
रहते हैं आपके दिलके किसी कोनेमें,
वक़्त मिले तो तलाश कर लेना...

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